रविवार, 13 मार्च 2022

फूलदेई-ए-श्रृंगार

हरा-भरा त्यौहार है

यह फूल-देई

प्रकृति का श्रृंगार है!!

अर्थ को इसके

धरातल पर उतारना

इसे केवल मनाना मत

हृदय से संभालना

जो उतरा यह श्रृंगार

तो समझो जीवन बेकार है!!

हरा-भरा त्यौहार है

यह फूल-देई

प्रकृति का श्रृंगार है!!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें