सोमवार, 9 अगस्त 2021

दर्पण-ए-हक़ीक़त

दुवाओं में किसी को
मांगा न करो!!

हो के नादाँ निशाना
साधा न करो!!

यह दुनियाँ बड़ी
सौदागर है जनाब!!

तौल-मौल के 
रिश्ते निभाती है!!

इसलिए तराजू के
दोनों पलड़ों को!
खुद ही बराबर करो!!

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