शुक्रिया-ए-एहसास
दिल से करता हूँ!!
जो कर रहे हैं पसंद
लेखनी को मेरी
उनको सलाम करता हूँ!!
दे रहे हैं हौंसला जो
भेज के प्यार-ए-संदेसा मुझे!
आँखों में बसा के उनको
धड़कन उनके नाम करता हूँ!!
मुझे नहीं पता, मैं कैसा लिखता हूँ? अच्छा लिखता हूँ या बुरा लिखता हूँ! खरा लिखता हूँ या खोटा लिखता हूँ! मुझे नहीं पता, मैं कैसा लिखता हूँ? मगर जो भी लिखता हूँ!! मगर जो भी लिखता हूँ!! हक़ीक़ते जिंदगी लिखता हूँ!!! मुझे नहीं पता, मैं कैसा लिखता हूँ?
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