मंगलवार, 21 सितंबर 2021

आदत-ए-सदमा

सदमें में न रहा करो
आदत ही तो है!
बदल लिया करो!!


लोगों को क्या पता
मन की गहराई तुम्हारी!
कम बोलकर भी
सब कुछ बोल जाया करो!!


यह तो है शुरुआत 
जिंदगी की!
बहुत कुछ घटेगा अभी
मग़र तुम हर पल!
मुस्कुराया करो!!


मुड़कर जो देखो अग़र
पीछे कभी!
तो सीख लेकर फिर से
आगे बढ़ जाया करो!!

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