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शनिवार, 7 अगस्त 2021

विश्वास-ए-रूबरू

किसी के नहीं पहले
क़ाबिल खुद के बनो!!

किसी को नहीं पहले
खुद को खुश करो!!

किसी को खुद में नहीं
पहले खुद को खुद में
शामिल करो!!

कर लिया अग़र तो
छट जाएंगे यक़ीनन
हताशा के बादल सभी!

मिल जाएगी मंज़िल
हो जाएंगी ख्वाहिशें पूरी!!

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